कोरोना सक्रमित होने बावजूद मानवीय सेवा को पुनः समर्पित कोरोना योद्धा गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय कर्मचारी बृज लाल

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गुरुग्राम/हिसार। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के पाँच कर्मचारियों बृज लाल, आनंद कुमार, सुशील कुमार, ओमवीर व बारू राम, जो मूलतः प्रयोगशालातकनीशियन के पद पर कार्यरत हैं, गत जुलाई माह से कोविड-19 की नमूना जांच प्रयोगशाला में जाकर कोरोना मरीजों के सैंपल लेने का साहसिक कार्य कर रहे हैं।

ज्ञात रहे कि गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार इस वर्ष अपनी सतहपना की सिल्वर जुबली मन रहा है । इस विश्वविद्यालय की एक प्रयोगशाला तकनीशियन बृज लाल ने इस शुभ अवसर पर अपने विश्वविद्यालय को एक अनूठा उपहार प्रस्तुत किया है। इस विश्वविद्यालय ने 20 अक्टूबर, 2020 को अपनी सतहपना के 25 वर्ष पूरे किये ।

प्रयोगशाला तकनीशियन बृज लाल

प्रयोगशाला तकनीशियन बृज लाल अपनी इसी ड्यूटी के दौरान करोना पॉजिटिव हो गये थे लेकिन ढीक होने के सप्ताह भर में ही करोना नेगेटिव रिपोर्ट के साथ पुनः कोरोना मरीजों के सैंपल लेने का साहसिक कार्य करने लगे तथा उन्होंने अपने विश्वविद्यालय का नाम न केवल हिसार मैं बल्कि पुरे हरयाणा प्रान्त मैं गौरान्वित किया है।

ऎसे कर्मठ कर्मचारी पर पूरे विश्वविद्यालय को गौरव की अनुभूति हो रही है क्योंकि यह सेवा निश्चित तौर पर सीधी मानवीय सेवा है जो दूसरों के लिए भी एक प्रेरणादायक सिद्ध हो सकती है।

ज्ञात रहे की बृज लाल गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की सस्ताहापक कर्मचारियों में से हैं जिन्होंने विश्वविद्यालय 1996 में ज्वाइन किया था व तभी से यहाँ पर सेवारत है। उनके इस कार्य की लिए गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उपकुलपति, रजिस्ट्रार व अन्य स्टाफ वर्ग सभी ने उनके साहसपूर्ण कार्य व त्याग भावना की खुल कर प्रशंसा की है। प्रोफ़ेसर कर्मपाल नरवाल जोकि गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल ऑफ बिज़नेस की निदेशक व आउटरीच एक्टिविटीज के प्रभारी है ने भी बृज लाल के साहसिक कार्य की खुल कर प्रशंसा की।

प्रयोगशाला तकनीशियन बृज लाल ने बताया कि होम क्वारंटाइन की समय में उनकी धर्मपत्नी सुनीता ने न केवल उनकी पूरी देखभाल कि व इलाज का ध्यान रखा बल्कि उन्होंने ठीक होने की बाद दोबारा कोरोना सेवा को शुरू करने की लिए प्रोत्साहित भी किया। न केवल उनकी पत्नी बल्कि उनके तीनो पुत्रों भुवन, मनन व तुषार ने भी मानव सेवा में दोबारा समर्पित होने की लिए प्रेरित किय। भुवन बी टेक आईटी में द्वितीय वर्ष का छात्र है तथा प्रथम वर्ष शिक्षित है। वह केशव नगर में उपनगर-1 शाखा प्रभारी भी है जिसमे तीन शाखाएं आती हैं । उनका दूसरा बेटा मन 10 +2 का छात्र है तथा वह भी सभ शिक्षित स्वयंसेवक है। तीसरा बेटा तुषार बाल स्वयंसेवक व आई टी सी शिक्षित है व दसवीं कक्षा का छात्र है।

 

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